दुनिया का सबसे बड़ा बकरा


बकरी पालन भारत और दुनिया के कई देशों में आम बात है। बकरियां दूध, मांस और ऊन के लिए पाली जाती हैं, लेकिन कुछ बकरे अपनी खास कद-काठी और विशेषता के कारण दुनियाभर में चर्चा का विषय बन जाते हैं। आज हम आपको बताएंगे ऐसे बकरों के बारे में जिन्हें "दुनिया का सबसे बड़ा बकरा" कहा गया। ये बकरे अपने भारी वजन, ऊंचाई, लंबाई या अनोखे सींगों के कारण प्रसिद्ध हुए हैं।

सबसे भारी पालतू बकरा – शेर दिल (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के गूजरांवाला शहर में रहने वाले फर्रुख एजाज़ के पास एक शानदार बकरा था, जिसका नाम था शेर दिल। यह बकरा 2021 में तब मशहूर हुआ जब इसे फैसलाबाद में आयोजित एक बलि पशु प्रतियोगिता में "दुनिया का सबसे भारी बकरा" घोषित किया गया।
शेर दिल का वजन 314 किलोग्राम था। इतनी भारी कद-काठी वाला बकरा देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते थे। इस बकरे की ऊंचाई भी बहुत ज्यादा थी, और इसकी चाल ऐसी थी जैसे कोई शेर चल रहा हो। शायद इसी वजह से इसका नाम "शेर दिल" रखा गया।
इस बकरे की देखभाल बहुत ही खास तरीके से की जाती थी। इसे बढ़िया खाना दिया जाता था जैसे चने, मक्का, मेवे और दूध। इसके मालिक ने इसे इतने प्यार और मेहनत से पाला कि यह बकरा लाखों रुपये की कीमत तक पहुंच गया। बकरीद के मौके पर इसे देखने वालों की भीड़ लगी रहती थी।
सबसे बड़ा जंगली बकरा – मार्खोर
अब बात करते हैं जंगली दुनिया के सबसे बड़े बकरे की, जिसे "मार्खोर" कहा जाता है। यह बकरी की एक प्रजाति है जो मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है।
मार्खोर एक मजबूत और ऊंचा जानवर होता है। एक वयस्क नर मार्खोर की ऊंचाई लगभग 6 फीट तक और वजन 110 किलोग्राम तक होता है। इसकी सबसे बड़ी पहचान इसके लंबे, घुमावदार सींग हैं, जो 1.5 मीटर (लगभग 5 फीट) तक लंबे हो सकते हैं।
"मार्खोर" का मतलब होता है "साँप खाने वाला", क्योंकि इसके सींग घुमावदार होते हैं और देखने में साँप जैसे लगते हैं। यह जानवर ऊँची पहाड़ियों पर बड़े आराम से चढ़-उतर सकता है। पाकिस्तान ने इसे अपना राष्ट्रीय पशु भी घोषित किया है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड – मोस्टिन मूरकॉक
ब्रिटेन का एक बकरा, जिसका नाम था मोस्टिन मूरकॉक (Mostyn Moorcock), को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। यह बकरा ब्रिटिश सानेन नस्ल का था, और इसे "दुनिया का सबसे बड़ा बकरा" कहा गया।
इस बकरे की विशेषताएं:
कंधे तक ऊंचाई: 111.7 सेंटीमीटर (लगभग 3.7 फीट)
कुल लंबाई: 167.6 सेंटीमीटर (लगभग 5.5 फीट)
वजन: 181.4 किलोग्राम (400 पाउंड)
इस बकरे को वैज्ञानिक तरीके से पाला गया था। इसकी हड्डियाँ मजबूत, शरीर लंबा और चाल में रौब था। यह बकरा दुनिया भर में मशहूर हो गया और बकरी पालकों के लिए एक प्रेरणा बना।

सबसे लंबे सींगों वाला बकरा – रासपुटिन (ऑस्ट्रिया)
ऑस्ट्रिया का एक अनोखा बकरा था जिसका नाम था रासपुटिन (Rasputin)। इस बकरे ने रिकॉर्ड बनाया था दुनिया के सबसे लंबे सींगों वाले बकरे का।
इसके सींगों की लंबाई थी:
एक सींग की लंबाई: 135.2 सेंटीमीटर (लगभग 4.4 फीट)
दोनों सींगों के सिरों के बीच की दूरी: 1.35 मीटर (लगभग 4 फीट 5 इंच)
इस बकरे के सींग इतने बड़े और फैले हुए थे कि लोग देखकर चौंक जाते थे। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और यह बकरा गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज हो गया।
निष्कर्ष
इन बकरों की कहानियां दिखाती हैं कि अगर सही देखभाल और मेहनत की जाए, तो एक आम बकरा भी दुनिया भर में नाम कमा सकता है। चाहे वह शेर दिल जैसा भारी-भरकम हो, मार्खोर जैसा पहाड़ी योद्धा, मोस्टिन मूरकॉक जैसा लंबा-चौड़ा, या रासपुटिन जैसा अनोखे सींगों वाला – हर बकरा अपने आप में खास है।
बकरी पालन करने वाले किसानों के लिए यह जानकारियां बहुत प्रेरणादायक हो सकती हैं। अगर आप भी बकरी पालन करना चाहते हैं, तो अच्छा खानपान, साफ-सफाई और सही नस्ल का चुनाव बहुत जरूरी है।
Video link (CLICK HERE)
Comment
Also Read

पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा
खेती किसानी में अक्सर किसान भाई यह

बकरी के दूध से बने प्रोडक्ट्स – पनीर, साबुन और पाउडर
भारत में बकरी पालन (Goat Farming)

एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं
भारत सिर्फ़ अपने विशाल कृषि उत्पादन के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया क

एलोवेरा और तुलसी की इंटरक्रॉपिंग – कम लागत, ज़्यादा लाभ
आज के समय में खेती सिर्फ परंपरागत फसलों तक सीमित नहीं रही है। बदलत

Bee-Keeping और Cross Pollination से बढ़ाएं फसल उत्पादन
खेती सिर्फ हल चलाने का काम नहीं, ये एक कला है और इस कला में विज्ञा
Related Posts
Short Details About